Tuesday 27 February 2018

कहानी बदलाव की


कहानी बदलाव की.......  



जात पात के रंगो में
सबने खुद को रंग लिया,
अंगों के आधार पर 
सबका लिंग अंक किया।

हिंदी ,उर्दू ,संस्कृत को
अंग्रेजी ने मात दिया ।
भेद भाव की भाषा ने ,
        हमें मानवता के खिलाफ किया ।

हिन्दू , मुस्लिम , सिख , ईसाई
सबने खुद को बाँट लिया,
मंदिर, मस्जिद ,गुरुद्वारा भी
फीते से नाप लिया।

आरक्षण की मांग  में
लोग सड़को पे उत्तर आए है ,
कड़कती ठण्ड और पुलिस के डंडे भी
उन्हें रोक नहीं पाए है ।

गैंग रैप की घटना पर
 सबके  हाथ जुड जाते है ,
फिर अशिक्षा को 
समस्याओं की जड़ बताते  है  ।

अपराधिक प्रवृति के लोगो को 
रिश्वत से वोट दिलाते है,
 टीवी पर अपराधो  की खबरे सुन  
फिर नए  कानून बनाते है ।

सुनो कहानी बदलाव की 
हम तुम्हे सुनाते,
आँखें बंद करके जिसे 
हम सब चुपी से अपनाते है ।